Thursday 28 June 2012

प्यार कि परिभाषा

इन्टरनेट कि दुनिया कुछ ऐसी है जहाँ किसी को भी किसी से भी दो पल में प्यार हों जाता है |
अभी मिले भी नहीं , साथ चले भी नहीं , एक दूसरे को जाना भी नहीं ,पर जाने कैसे प्यार अपनी सीमाएं लांघ गया , और किसी एक ने खुद की तुलना  हीर , रांझे और मजनू से करनी शुरू कर दी |
वाह भाई वाह क्या प्यार था ये कि जब तक एक मिलने को मना करता रहा खुद को अभिव्यक्त करने को मना करता रहा , खुद को छिपाता रहा तब तक दूसरे कि उत्कंठा उसमे बनी रही |
और जैसे ही वो अपने वास्तविक रूप के साथ सामने वाले के लाख अनुरोधों के बाद सामने आया सामने वाले का गर्व पुष्ट हों गया कि मैंने तो एक लड़की को अपने सन्मुख झुका लिया ..........
और यहीं पर प्यार समाप्त हों गया और चल पड़ा वही रोज का नाटक लड़ाई झगडा और शक ...........
वो जिसने देर से खुद को अभिव्यक्त किया आज वो सच्चे प्यार कि गिरिफ्त में थी और जो एक पल में प्यार का शिकार हुआ था वो पुरुष बस एक शारीरिक जघन्य अपराध करने कि फिराक में था |
हाँ यही था उसका प्यार जो जिस्म से शुरू होकर बस जिस्म तक ही जाता था ,
मन से उसका कोई नाता ही नहीं था .......
एक १८ साल के लडके को ४८ साल कि महिला से प्यार हों जाता है महिला के समझाने पर वो तथ्य देता है उम्र का फर्क प्यार में कोई मायने नहीं रखता ,
क्यूंकि प्यार करने के लिए ह्रदय नहीं शरीर आवश्यक  है ये अकथनीय तथ्य छुपा रह जाता है उसकी प्यार कि परिभाषा के अंदर |

फेस बुक एक सोशल नेटवर्किंग साईट है यहाँ पर भी आपसे बड़ा उम्र में बड़ा और आदरणीय है और छोटा स्नेह और प्यार के योग्य |
यदि आप किसी से छोटे हैं तो छोटा बन कर स्नेह ले सकते हैं और बड़े हैं तो बड़े बन कर आदर और सम्मान | परन्तु अपने दृष्टीकोण को बड़ा करने कि आवश्यकता है शारीरिक ज़रूरतों से आगे बढ़ कर मानसिक  ज़रूरतों को ढूँढने कि आवश्यकता |
आप सब से मेरा अनुरोध है मित्रता जैसे शब्द को इतना छोटा ना करें|
प्रेम कि अपनी संकल्पना है और जब प्रेम होता है तो मनुष्य कि दुनिया बदल जाती है , वो किसी और के लिए अपने प्राण तक दे देता है परन्तु ये कोई एक पल का खेल नहीं कि किसी को दो बार हेल्लो , हाउ आर यू ? लिख देने के बाद सीधे आई लव यू  लिख दिया जाये |

यहाँ मैं सम्पूर्ण पुरुष प्रजाति पर आरोप नहीं लगा रही अच्छे और बुरे लोग हर कुनबे में हैं , लड़किया भी गलत हैं बहुत सी जगहों पर पर |
ईश्वर ने भी पुरुष को शारीरिक और मानसिक स्तर पर श्रेष्ठ बनाया है और मैं इसे स्वीकारती भी हूँ  तो यदि आप श्रेष्ठ है तो ऎसी अभद्र गलतियाँ न करें और यदि कोई लड़की ऐसी गलती कर रही है तो उसका उपभोग करने के स्थान पर उसे रोकने का प्रयत्न करें क्यूंकि पुरुष तो हर स्तर पर श्रेष्ठ है |

मेरी इस पोस्ट से यदि किसी कि भी भावनाएं आहत हुयी हों तो मैं छमा प्रार्थी हूँ , ये किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं आम जनो के लिए हैं |

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